धान रोपाई के समय क्या क्या करे किसान।

धान रोपाई के समय क्या करे किसान जिस से ज़्यादा ग्रोथ मिले, पोधो की संख्या बढे और किल्लो की संख्या बढे। 

धान के खेत को कैसे तैयार करे,धान (Paddy farming 2020) से ज़्यादा उपज लेने के लिए किस खाद का प्रयोग कितनी मात्रा में करे और कैसे करे, धान की खेती में सरसो खली के फायदे, धान के झाग के समाधान, धान रोपाई में कौनसे खाद डालें की पोधो में किल्ले ज़्यादा ग्रोथ बम्पर होगी। Paddy farming 2020

धान रोपाई के समय क्या क्या करे किसान।

धान रोपाई के समय क्या करे (Paddy Transplanting)

आज की पोस्ट में हम बात करने वाले है की धान की फसल में हमे शुरू में क्या क्या करना चाइये जिसे की रोग कम आये, पौधे की ग्रोथ बढे, पोधो की संख्या बढे और किल्लो की संख्या बढे। धान रोपाई का समय आगया है और सभी किसानो ने धान लगाना शुरू कर दिया है। लेकिन क्या किसान कुछ ज़रूरी बातो का ध्यान रख रहे है। आज की पोस्ट में हम इसी पर बात करेंगे। किन खादों का इस्तेमाल शुरू में करना है और किन खादों का इस्तेमाल नहीं करना है इसकी जानकारी भी आपको दी जाएगी। Paddy farming 2020

सबसे पहले तो यह की आप 25 दिन की पौध का प्रयोग करे इस से ज़्यादा न लेकर जाये। अगर आप २५दिन से ज़्यादा लेते है तो आपका उत्पादन कम होने के चांस बढ़ जाते है। आपके खेत में अगर खतपरवार है तो उसको निकाल दे चारो तरफ से खतपरवार को साफ़ करे क्युकी सबसे पहले कीट यही से पैदा होता है और आपके धान के खेत में प्रवेश करता है। और खेत की मेढ़ो को ऊँचा करे। जिस से आपका पानी आपके खेत में थमा रहे। धान की फसल (Paddy farming 2020) में सबसे ख़ास होता है पानी को खेत में रोकना तो आप खेत की मेढ़ को मज़बूत करे। रोपाई के समय पानी को बिलकुल भी निकलने ना दे। जितना पानी को आप थाम कर रखेंगे आपका धान उतनी जल्दी ग्रोथ करेगा। पोधो की संख्या बढ़ेगी और किल्लो की संख्या बढ़ेगी। खतपरवार को मेढ़ो से और नालियों से निकाल देना चाइये। 

किस खाद का प्रयोग करना चाइये 

किसान भाइयो शुरू में 33 % जिंक 8 से 10 किलोग्राम जब आप आखरी जुताई करते है खेत की तब इस्तेमाल करना चाइये। बहुत बहेतर रिजल्ट मिलता है आपके पौधे की जल्दी ग्रोथ होती है और पोधो की संख्या जल्दी बढ़ती है। अब बात करते है पोस्फोरस, पोटाश और नाइट्रोजन कैसे प्रयोग करना चाइये। 


धान रोपाई के समय क्या क्या करे किसान।

पोस्फोरस, पोटाश और नाइट्रोजन कैसे प्रयोग करना चाइये 

कुछ किसान सूखे में खाद का प्रयोग करने के बाद खेत की रोपाई शुरू करते है। इस से क्या होता है जो आपकी फॉस्पोरस और नाइट्रोजन होती है वो मिट्टी की सबसे निचे की सतह में चली जाती है। इसीलिए हमारी फैसले कमज़ोर पड़ने लगती है। ऐसा बिलकुल भी ना करे। जब आपके खेत की रोपाई शुरू हो जाती है पूरा कम्पलीट जो जाती है, तो आप एक हफ्ते के बाद इन तीनो खादों का प्रयोग कर सकते है। (Paddy farming 2020) खेत में पानी होना चाइये जब आप खाद डालते है। आप दूसरे या तीसरे दिन भी खाद का प्रयोग कर सकते है कोई भी मुश्किल नहीं है। खेत नरम ही होना चाइये जब आप खाद का प्रयोग करे। 

डीएपी का प्रयोग करे या नहीं 

कुछ किसान डीएपी का प्रयोग करते है तो आप बिलकुल भी डीएपी का शुरू में प्रयोग बिलकुल ना करे। डीएपी धान के पोधो को कच्चा करती है। फंगस भी बढाती है। इस की वजह से झंडा रोग बहुत ज़्यादा आता है। (Paddy farming 2020

बहेतर रिजल्ट के लिए कौन सी खाद प्रयोग करे 

एक हफ्ते के अंदर आप सिंगल सुपर पोस्फेट 3 से 4 बेग, यूरिया-35किलो , पोटाश-40 किलो प्रति एकड़ तीनो को मिला ले और रोपाई करने के बाद तीनो को खेत में डाल दे। ज़रूरी बात यह है की खेत में पानी होना बहुत ज़रूरी है। (Paddy farming 2020) आपका खेत सख्त नहीं होना चाइये आपका खेत नरम होना चाइये। अगर आप पोटाश का प्रयोग नहीं करते है आपका पौधा सूख जाता है वो ज़्यादा तापमान सहन नहीं कर पाटा है इसलिए पोस्टस का प्रयोग करना बहुत ज़रूरी है। जो की दाने बढ़ाता है और दानो में वज़न भी बढ़ाता है। पोस्टस पौधे की जड़ो को भी बढ़ाता है जिस से पौधा सूखे में भी ठीक रहता है और स्वस्थ रहता है। कुछ किसान पोटाश बाली निकलने के समय खुलन शील पोटाश बाद में डालते है तो किसान भाइयो शुरू में ही पोटाश का डालना लाभदायक होता है। 60 तरह के ग्रोथ एन्ज़इम्स को बढ़ाता है पोटाश। पोधो को भोजन बनाने में भी काफी मदद करता है। प्रोटीन के मात्रा बढ़ाता है और पोधो की क्वालिटी भी अच्छी होती है इसके प्रयोग से। 

सिंगल सुपर पोस्फेट 3 से 4 बेग से कैल्शियम, सल्फर की मात्रा बहुत अच्छी मिलते है जो किल्ले बढ़ाने में काफी मददगार साबित होती है। और किसान भाइयो जितने ज़्यादा किल्ले बढ़ेंगे उतनी धान के बालियों की संख्या बढ़ेगी और उतना हमारे धान का उत्पादन बढ़ेगा। (Paddy farming 2020) 


धान रोपाई के समय क्या क्या करे किसान।

धान में सरसो व नीम खली का शानदार रिजल्ट 

नीम की खली और सरसो की खली से जड़ मज़बूत होती है और पौधा मज़बूत होता है, फुट बहुत ज़्यादा होती है, और जो धान में कई तरह की दिक्कत आती है जैसे फंगस, कीट जनित रोग, उसमे काफी लाभदायक है। नीम की खली का नेमाटोड्स के लिए काफी अच्छा रिजल्ट होता है। पोधो की संख्या बढ़ाने में बहुत ज़्यादा सक्रिय, और बालियाँ और दाना बनाने में सहायक और नीम की खली और सरसो की खली उत्पादन बढ़ाने में भी ज़्यादा लाभदायक। (Paddy farming 2020) 20 किलो नीम की खली और 10 किलो सरसो की खली प्रति एकड़ प्रयोग करना है। इन दोनों को नीम की खली और सरसो की खली को पहले कूट कर बारीक कर लेना है फिर इसको 15 से 20 दिन के धान में डालना होता है। हरयांली बनी रहती है और इन दोनों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, नाइट्रोजन, पोस्फोरोस, पोटाश, बैरन, सभी तरह के नुट्रिएंट्स पाए जाते है जो धान की फसल के लिए काफी लाभदायक होते है। यह एक कम्पलीट पक्केगे होता है धान की फसल के लिए जो आपके धान को मज़बूत और शानदार बनाता है और आपके धान में चमक लाता है। 

किसान भाइयो आपको धान की खेती सम्बंधित कोई भी परेशानी आरही हो तो आप हमे सीधे कमेंट बॉक्स में बातये आपको तुरंत उत्तर दिया जायेगा। और हमारी इस महवपूर्ण जानकारी को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करे। 

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